tag:blogger.com,1999:blog-5065632215909642496.post172150785079478815..comments2018-02-24T02:58:03.589-08:00Comments on NO-BHARAT-RATNA-TO-SACHIN: लोकपाल से भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा तो क्या करे? यूं ही चलने दे?एक स्वतन्त्र नागरिकhttp://www.blogger.com/profile/12076990707024302030noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5065632215909642496.post-37641497042148033492011-12-06T07:28:23.791-08:002011-12-06T07:28:23.791-08:00Aapke vichaar sarahniye hain...Aapke vichaar sarahniye hain...Sufihttps://www.blogger.com/profile/05759377801134348800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5065632215909642496.post-71090122430623311362011-09-13T00:58:30.724-07:002011-09-13T00:58:30.724-07:00आपकी बात से सहमत हूँ ... शुरुआत तो हो कम से कम .. ...आपकी बात से सहमत हूँ ... शुरुआत तो हो कम से कम .. कुछ नहीं होगा इसलिए शुरुआत न करो ... ये बात समझ से परे की है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5065632215909642496.post-10389359407503492542011-09-03T07:43:32.512-07:002011-09-03T07:43:32.512-07:00हर आदमी की अपनी राय है, जरूरी नहीं कि आप उससे सहमत...हर आदमी की अपनी राय है, जरूरी नहीं कि आप उससे सहमत हों, मगर आप किसी के अभिव्यक्ति के अधिकार पर सवाल खडा नहीं कर सकते, क्या केवल अन्ना वालों को ही हर किसी के बारे में कुछ भी कहने का अधिकार हैतेजवानी गिरधरhttps://www.blogger.com/profile/14373579732591050418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5065632215909642496.post-86256692460318999102011-09-01T00:38:56.620-07:002011-09-01T00:38:56.620-07:00मुद्दा अस्पताल नहीं है ?
इन दिनों कुछ लोग ये सवाल ...मुद्दा अस्पताल नहीं है ?<br />इन दिनों कुछ लोग ये सवाल उठा रहें हैं अन्ना इलाज़ कराने "कोर्पोरेट अस्पताल मेदान्ता सिटी गुडगाँव "क्यों गये ?यह भी कि उनकी कोर कमेटी में अल्पसंख्यक नहीं थे पहले सवाल का ज़वाब यह है -अन्ना के प्राणों की रक्षा के लिए लोक ने उन्हें अच्छे से अच्छा अस्पताल मुहैया करवाया है ,वे किसी अन्य भारतीय की तरह अमरीका इलाज़ कराने नहीं गए हैं .कैंसर के इलाज़ के लिए "राजीव गांधी कैंसर अस्पताल "की अनदेखी करके वे न्यूयोर्क के एक कैंसर अस्पताल में नहीं पहुंचे हैं .<br />रहा सवाल अल्पसंख्यकों का यदि वह अपने गुसल खाने से ही पेट खराब होने की वजह से बाहर नहीं आते इसमें अन्ना का क्या कुसूर है देश के ८०-८५ %लोग उनके साथ खड़े थे ,खड़े हैं.<br />रही बात सरकारी अस्पतालों की जैसी सरकार वैसे ही उसके अस्पताल हैं ।<br />कुछ पंचांगी तत्व (असंवैधानिक तत्व ) जो विदेशों से पुरूस्कार लेकर यहाँ चैनलों पर पसरे रहतें हैं ,वे कोर्पोरेट -सरकारी दुरभिसंधि के किले को अन्ना द्वारा न बींध पाने की बात कर रहें हैं .सवाल ये है ये अरुंधती रॉय जैसे लोग जिनका शारीरिक कद भी उतना ही कम है जितना मानसिक ये खुद क्या कर रहें हैं ?<br />इन्हेंजन -आधार विहीन अलोकतांत्रिक हुर्रियत की गोद में बैठ कर भारत में कब्रों के सुधार की बात उठानी चाहिए ।<br />अन्ना जी ने चुनाव सुधार ,राईट टू रिकाल ,राईट टू रिजेक्ट की बात उठाई है .केवल बाहुबल ,झूठ्बल ,जाति बल से चुनाव जीत कर संसद में चले आना लोकतांत्रिक होना नहीं है ?यदि ये यूं ही चलता रहा तो चोर उच्चक्के ,डाकू लुटेरे अपराध तत्वों की संख्या वर्तमान १७० के बहुत आगे चली जायेगी ।<br />अकेले अन्ना से आप क्या क्या उम्मीद करतें हैं ,कब्रों की दुर्दशा ,पाकिस्तान के हालात ,कायनात में जहां भी गड़बड़ है वह अन्ना सुधारें?<br />यह पंचान्गियों द्वाराअन्ना आन्दोलन को मुद्दों से भटकाने की ना -कामयाब कोशिश है .मुदा अस्पताल नहीं हैvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5065632215909642496.post-44492050486097698522011-09-01T00:38:04.259-07:002011-09-01T00:38:04.259-07:00भाई साहब! आपने सही मुद्दा उठाया है . ये कुतर्...भाई साहब! आपने सही मुद्दा उठाया है . ये कुतर्क पंडितों को समझ ही नहीं आता .<br />बुधवार, ३१ अगस्त २०११<br />मुद्दा अस्पताल नहीं है ?<br />http://veerubhai1947.blogspot.com/virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com